*ग्राम पंचायत राजगामार के महिला सरपंच श्रीमती रामुला राठिया ने जिला प्रशासन पर आर्थिक एवं मनसिक रूप से परेशान कर प्रताड़ित करने का लगाया गंभीर आरोप सरकार कब दिलाएगी महिला सरपंच को न्याय*
ग्राम पंचायत राजगामार के महिला सरपंच श्रीमती रामुला राठिया ने जिला प्रशासन पर आर्थिक एवं मनसिक रूप से परेशान कर प्रताड़ित करने का लगाया गंभीर आरोप
भाजपा की सरकार में आदिवासी महिला सरपंच पर की जा रही प्रताड़ना दिखाई नही दे रही सरकार को
सरपंच ग्राम पंचायत रजगामार श्रीमती रामूला राठिया ने कलेक्टर कोरबा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा को नोटिस देते हुए कहा है कि ग्राम पंचायत रजगामार मे सरपंच को दिए गए संविधान द्वारा अधिकार का हनन करते हुए ग्राम पंचायत के द्वारा राशि का आहरण मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा के अनुमोदन उपरांत किया जावेगा जिला पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आदेश जारी किया था। लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा के द्वारा ग्राम पंचायत रजगामार मे कराये गये किसी भी कार्य का अनुमोदन नहीं कर रही है। जिससे ग्राम पंचायत के विकास कार्य प्रभावित हो रहा है और आर्थिक रूप से परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है ।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के आदेश का अवमानना जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कोरबा के द्वारा किया जा रहा है। जनपद पंचायत कोरबा के अंतर्गत विभिन्न पंचायत में नवीन आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किया गया है। जिसमें ग्राम पंचायत रजगामार में भी दो नवीन आंगनबाड़ी भवन ओमपुर बस्ती व मेंन क्लब ओमपुर मे स्वीकृत प्रधान किया गया है। लेकिन सभी अन्य पंचायत के स्वीकृत किए गए आंगनबाड़ियों का अग्रिम भुगतान जिला व जनपद के द्वारा जारी कर दिया गया है। लेकिन ग्राम पंचायत रजगामार में स्वीकृत आंगनबाड़ी का अग्रिम भुगतान राशि दुर्भावना वश रोका गया है। जिससे ग्राम पंचायत का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। सरपंच रामूला राठिया ने अपने पत्रों में यह भी बताया है कि जिला खनिज संस्थान न्यास मद व विधायक विकास निधि मद से बहुत सारे निर्माण कार्य को ग्राम पंचायत रजगामार द्वारा बिगत 3 वर्ष पूर्व पुर्ण किया गया है जिनका भुगतान जिला प्रशासन के द्वारा जानबूझकर रोककर आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है जिनमें प्रमुख रूप से अहाता निर्माण कार्य ओमपुर स्टेडियम, सीसी रोड निर्माण कार्य श्याम नगर प्रमिला घर से गोविंद घर की ओर, सीसी रोड निर्माण कार्य मुख्य मार्ग से मुक्तिधाम की ओर, नाली निर्माण कार्य ओमपुर सिटी बस स्टैंड से शालिकराम घर की ओर , ओमपुर साप्ताहिक बाजार में सेड सह चबूतरा निर्माण कार्य, नाली निर्माण कार्य श्यामनगर रजगामार महादेव घाट शांति नगर में सीढ़ी नुमा पचरी निर्माण कार्य, राम जानकी मंदिर गायत्री नगर के पास चबूतरा सह अहाता निर्माण कार्य सहित अन्य स्वीकृत निर्माण कार्य ग्राम पंचायत द्वारा निर्माण पूर्ण कर लिया गया है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा जानबूझकर उक्त निर्माण कार्यों का भुगतान नहीं करने से आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना सरपंच को करना पड़ रहा है जिससे सरपंच को प्रताड़ित किया जा रहा है। कुछ दिनों में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाने के पश्चात कोई भी नवीन कार्यों का भुगतान नहीं किया जा सकता ऐसा निर्देश निर्वाचन आयोग से प्राप्त रहता है।
सरपंच रामूला राठिया ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा दुर्भावना वश झूठा एफआईआर दर्ज कराया था, माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ बिलासपुर के द्वारा इसमें अग्रिम जमानत मुझे दिया गया है। उसके पश्चात प्रशासन ने उन्हें विधि विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की गई, जिसमें माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ बिलासपुर ने निलंबन के विरुद्ध स्थगन आदेश जारी किया है। उसके पश्चात विधि विरुद्ध वसूली एवं बर्खास्तगी की कार्यवाही प्रशासन के द्वारा की गई जिसमें न्यायालय आयुक्त बिलासपुर संभाग बिलासपुर छत्तीसगढ़ के द्वारा वसूली एवं बर्खास्तगी के संबंध में धारा 92 व धारा 40 के कार्यवाही के विरुद्ध स्थगन आदेश दिया गया। प्रकरण दुर्भावना से प्रेरित होने के कारण आयुक्त बिलासपुर संभाग ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा को निर्देश भी दिया कि प्रकरण की जांच व सुनवाई 24 /01/2025 के पूर्व न्यायालय आयुक्त बिलासपुर संभाग मे प्रकरण भिजवाना सुनिश्चित किया जावे। इस तरह से श्रीमती रामूला राठिया सरपंच ग्राम पंचायत रजगामार के विरुद्ध जिला प्रशासन कोरबा के द्वारा जितने भी मामला दर्ज किया गया सभी पर उच्च न्यायालय व आयुक्त न्यायालय से राहत सरपंच को दिया गया है। उसके बावजूद जिला प्रशासन कोरबा के अधिकारी सरपंच को आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान कर प्रताड़ित कर रहे हैं।
कोरबा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार कलेक्टर कोरबा रजगामार पंचायत में ही कार्यवाही क्यों कर रहे हैं इसे लोगो के द्वारा कई नजरों से देखा जा रहा है।
क्या ननकी राम कंवर के शिकायत पर पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, एग्जाम कंट्रोलर सहित पीएससी में चयनित कई डिप्टी कलेक्टर व डीएसपी रैंक के अधिकारी जेल की हवा खा रहे हैं इसी तरह कई आईएएस अधिकारी जो भ्रष्टाचार में शामिल हैं जेल की हवा खा रहे हैं,
ए.पी. त्रिपाठी महाप्रबंधक छत्तीसगढ आबकारी भी जेल की हवा खा रहे हैं, कांग्रेस शासन काल के कई मंत्री व कई आईएएस अधिकारी जो भ्रष्टाचार में शामिल हैं उन पर केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी व सीबीआई की जांच की तलवार लटक रही है। क्या इन कारणो से ननकी राम कंवर के करीबी रजगामार के आदिवासी महिला सरपंच रामूला राठिया के विरुद्ध कार्यवाही कर ननकी राम कंवर के शिकायत पर भ्रष्टाचार से बचने की नीयत से कार्यवाही की जा रही है। यह एक बड़ा सवाल उठता है।
कांग्रेस शासन काल में हुए भ्रष्टाचार में सम्मिलित आईएएस अधिकारी या कांग्रेस शासन काल के मंत्रियों के कहने पर ननकी राम कंवर के शिकायत से बचने के लिए रजगामार सरपंच रामूला राठिया के विरुद्ध मनगढ़ंत आरोप लगाकर आर्थिक एवं मानसिक रूप से अनावश्यक परेशान किया जा रहा है।
ननकी राम कंवर के शिकायत पर अभी कई आईएएस अधिकारी जो भ्रष्टाचार में शामिल थे उनके ऊपर केंद्रीय जांच एजेंसी की कार्यवाही की तलवार लटक रही है।
कोरबा जिले में ग्राम पंचायत के 100 से ज्यादा मामले वसूली प्रकरण एवं धारा 40 का प्रकरण दर्ज है उन पर प्रशासन विशेष रुची नहीं ले रही है लेकिन कलेक्टर कोरबा केवल रजगामार पंचायत में ही विशेष रुची लेकर कार्यवाही क्यों कर रहे हैं। कई सवालिया निशान को जन्म दे रहा है।
अब देखना होगा कि जिला प्रशासन कोरबा द्वारा न्याय संगत रूप से निस्वार्थ भाव से श्रीमती रामूला राठिया सरपंच ग्राम पंचायत रजगामार को ऊपरी न्यायलयो से राहत देने के बाद उनके साथ देकर ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए निर्माण कार्य जिनमे किसी तरह का कोई शिकायत नहीं है उसका भुगतान करती है या फिर सरपंच को आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान करना चाहती है देखना अभी बाकी है। क्षेत्र की जनता चुप बैठने वाली नहीं है अपनी बुलंद आवाज को शासन प्रशासन तक पहुंचने रही।