*कोरबा में ट्रैफिक अव्यवस्था शासन प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है दिनों दिन जिले में वाहनों की संख्या बढ़ते जा रही है और सड़क सीमित है जिससे आए दिन आपको चौक चौराहो में ट्रैफिक से आम नागरिकों जूझना पड़ रहा है इसके लिए ट्रैफिक विभाग कई प्रकार के विकल्प तलाशने में हमेशा से लगी रहती है जिससे सुचारू रूप से ट्रॉफी व्यवस्था शहर में चल सके आपको बता दें कोरबा जिला को ऊर्जा नगरी के नाम से जाना जाता है यहां हर राज्य के लोग निवास करते हैं वही बड़े-बड़े उद्योग फैक्ट्री खदान होने के कारण कोल परिवहन एवं राखड परिवहन बॉक्साइट परिवहन रेत परिवहन गिट्टी परिवहन या पावर प्लाट में जाने वाले बड़े-बड़े मशीनरी का परिवहन सड़कों के माध्यम से संचालित होता है और दूसरा विकल्प रेल रूट है जो सिर्फ कोयला परिवहन करता है इसके बाद भी पावर प्लांट को कोयला ट्रैकों के माध्यम से भी सप्लाई किया जाता है*

कोरबा में ट्रैफिक अव्यवस्था शासन प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है दिनों दिन जिले में वाहनों की संख्या बढ़ते जा रही है और सड़क सीमित है जिससे आए दिन आपको चौक चौराहो में ट्रैफिक से आम नागरिकों जूझना पड़ रहा है इसके लिए ट्रैफिक विभाग कई प्रकार के विकल्प तलाशने में हमेशा से लगी रहती है जिससे सुचारू रूप से ट्रॉफी व्यवस्था शहर में चल सके आपको बता दें कोरबा जिला को ऊर्जा नगरी के नाम से जाना जाता है यहां हर राज्य के लोग निवास करते हैं वही बड़े-बड़े उद्योग फैक्ट्री खदान होने के कारण कोल परिवहन एवं राखड परिवहन बॉक्साइट परिवहन रेत परिवहन गिट्टी परिवहन या पावर प्लाट में जाने वाले बड़े-बड़े मशीनरी का परिवहन सड़कों के माध्यम से संचालित होता है और दूसरा विकल्प रेल रूट है जो सिर्फ कोयला परिवहन करता है इसके बाद भी पावर प्लांट को कोयला ट्रैकों के माध्यम से भी सप्लाई किया जाता है।
कोरबा शहर में ट्रैफिक व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है जीसका जिसका जीता जागता उदाहरण शहर के मध्यस्थ सोनालिया चौक जहां ट्रैफिक की व्यवस्था पूरी तरीके से पोल खोलता हुआ नजर आ जाएगा यहां सुबह 10:00 बजे से लेकर रात को 10:00 बजे तक ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाता है लोग घंटो घंटो तक फंसे रहते हैं किसी को ट्रेन पकड़ना है किसी को अपने गंतव्य स्थान की ओर जाना है इस ट्रैफिक अव्यवस्था से बड़ी मुश्किल में लोग निकल पाते हैं यह घटना एक-दो दिन की नहीं है अमूमन याह स्थिति रोज देखने को मिल जाएगा जोकि उस चौक में ट्रैफिक के जवान तैनात रहते हैं इसके बावजूद भी ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नजर नहीं आ रही है।
वही दूसरी ओर होटल गणेश इन टीपी नगर के मुख्य मार्ग में खुला है तब से और भी ट्रैफिक की अव्यवस्था बढ़ गई है रोड की चौड़ाई के आधा हिस्से में लोग वहान खड़ा कर कर होटल में खाना खाने या एंजॉय करने चले जाते हैं और गाड़ी सड़क में खड़ी रहती है जिससे आम नागरिकों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इस और भी ट्रैफिक विभाग को संज्ञान लेने की आवश्यकता है वहीं सूत्र बताते हैं होटल गणेश इन जो पार्किंग के लिए व्यवस्था उन्होंने बनाया है उसे खाना बनाने का स्थान में तब्दील कर दिया गया है जिससे वहां अंडरग्राउंड पर कार पार्किंग नहीं होता जिससे कस्टमर रोड में वहान खड़ा करने में मजबूर होते हैं इसके लिए होटल के संचालक पूरी तरह से जवाबदार हैं या फिर नगर निगम को ऐसे होटल संचालक या व्यवसाय के खिलाफ कठोरता पूर्वक कार्रवाई करने की आवश्यकता है जिससे सड़क में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो सके आम नागरिकों को किसी प्रकार का कोई कठिनाई मुख्य मार्ग में ना हो।
पवन टॉकीज़ के सामने भी ट्रैफिक अव्यवस्था हमेशा से बने रहती है वहां लोग सड़कों में ही वहान खड़ा कर देते हैं जिससे आने जाने वाले आम नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
ओवर ब्रिज के नीचे से मां सर्वमंगला मंदिर जाने वाली मुख्य मार्ग में भी ट्रैफिक की अव्यवस्था आपको देखने को मिल जाएगा एक तरफ फल की दुकान लाइन से लगाकर रखे रहते हैं दूसरे ओर से वाहनों का आना-जाना होता है आपको बता दें यह मार्ग सबसे महत्वपूर्ण मार्ग में से एक है इस मार्ग में आए दिन कुसमुंडा, दीपिका, गेवरा, बाकी मोगरा, हरदी बाजार, गेवरा बस्ती, सहित आसपास के 100 से 200 गांव के लोगों का आना-जाना कोरबा जिला मुख्यालय में लगा रहता है कोई स्वास्थ्य सुविधा के लिए आता है कोई बैंकों के कार्य के लिए आता है बच्चे कॉलेज एवं स्कूल के लिए आते हैं कोई कलेक्टर ऑफिस एसपी ऑफिस या सरकारी मुख्यालय में अपने काम के लिए आते है कोई मार्केटिंग करने के लिए आते है इस अव्यवस्था को लेकर को लेकर शासन प्रशासन को पहल करने की आवश्यकता है ऐसे और भी स्थान है शहर के अंदर जैसे सीएसईबी चौक से इंदिरा स्टेडियम चौक तक इंदिरा स्टेडियम चौक से राताखार चौक तक इंदिरा स्टेडियम चौक से टीपी नगर चौक तक आपको भारी वाहनों का आवागमन देखने को मिलेगा और सड़क में ही बड़ी-बड़ी वाहन खड़े हुए नजर आ जाएंगे इनकी पार्किंग की व्यवस्था शासन प्रशासन नगर निगम ट्रैफिक पुलिस को करने की आवश्यकता है आपको बता दें टीपी नगर में चार बड़े-बड़े वहान खड़ा करने के लिए प्लांट को चिन्हांकित किया गया था जिसमें बिगड़ी हुई गाड़ियों को खड़ा कर दिया गया है बहुत से ट्रांसपोर्टर कबाड़ हुए गाड़ियों को भी वहां खड़ा कर दिए हैं इस और शासन प्रशासन को संज्ञान लेने की आवश्यकता है जिससे सुचारू रूप से कोरबा जिले की ट्रैफिक व्यवस्था संचालित हो सके और आम नागरिकों को आने-जाने में किसी प्रकार की कोई सुविधा भविष्य में ना हो इस विषय को लेकर संज्ञान लेने की आवश्यकता है वैसे भी कोरबा जिले में सबसे अधिक घटना दुर्घटना में लोगों की मृत्यु होती है। जिस पर अंकुश लगाया जा सकता है कोरबा जिले की आबादी घनी होते जा रही है और लोगों की जनसंख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है आम नागरिक धड़ल्ले से फोर व्हीलर वाहन टू व्हीलर वाहन खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखाते हैं हर घर में आपको वहान नजर आ जाएगा वहीं शहर में सड़क सीमित है चौड़ाई सीमित है यह एक मुख्य कारण हो सकता है इसके लिए नगर पालिका निगम कोरबा को अधो संरचना को मूल रूप देने के लिए कवायत करने की आवश्यकता है एक नया मास्टर प्लान बनाने की अति आवश्यकता है जिससे शहर खूबसूरत और सड़कों के नाम से जाना जा सके कोरबा जिले में विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है इसके बावजूद भी शहर कि यह दुर्दशा बनी हुई है जिले के शीर्ष कुर्सी में बैठे शासन प्रशासन के बड़े अधिकारियों को और राजनेताओं को इस विषय को लेकर गंभीरता पूर्वक विचार करने की आवश्यकता है धन्यवाद