*तीरंदाजी पारम्परिक खेल है इसलिए एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन द्वारा तीरंदाजी को बढ़ावा देने का निर्णय लिया देवपहरी में होगा आयोजन*
तीरंदाजी का पावर हाउस बनते हुए उभर रहा है एनटीपीसी कोरबा
भारत धीरे-धीरे तीरंदाजी में पावर हाउस के रूप में उभर रहा है। हमारे देश के कई आदिम जनजाति जैसे:- पहाड़ी कोरबा एवं दिहाड़ी कोरवा जिला कोरबा के सुदूर वनांचलों में निवास करते है, जिनका तीरंदाजी पारम्परिक खेल है। इसलिए एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन द्वारा तीरंदाजी को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। जिसके अनुपालन में तीरंदाजी प्रतिभा खोज् शिविर का आयोजन कोरबा जिले के 04 स्थानों क्रमशः ग्राम – देवपहरी, अजगरबहार, गढ़-उपरोड़ा, एवं सोनपुरी में किया गया। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाज प्रशिक्षक श्री भरत यादव द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है।
उक्त चारों स्थानों में सफलता पूर्वक प्रशिक्षण के पश्चात कुशल व प्रतिभावान खिलाड़ियों को देवपहरी में आवासीय तीरंदाजी शिविर में जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु उनकी प्रतिभा को निखारा जा रहा है जिससे वे भविष्य में बेहतर तीरंदाज बन सके। इसमे शारीरिक क्षमता बने हेतु व्यायाम, तीरंदाजी प्रशिक्षण आदि का आयोजन कराया जा रहा है। यह कार्यक्रम 05 माह के लिए आयोजित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में एनटीपीसी कोरबा सीएसआर के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर हर्षित ठाकुर बैडमिंटन मे और किरण पिसदा महिला फूटबाल में अंतराष्ट्रीय स्तर पर कोरबा का नाम रोशन कर रहा है।