छत्तीसगढ़ सरकार का कोल माफ़ियाओं पर बड़ा ऐक्शन मचा हड़कंप*
*चार विभागों के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने मारे राज्य भर में छापे*
*कोल वाशरी, कोल डिपो पर अचानक पहुँचा दल*
*लगातार मिल रही थी सरकार को शिकायतें*
*खनिज, राजस्व, पर्यावरण और जीएसटी विभाग की संयुक्त कार्यवाही*
*खनिज विभाग द्वारा गठित राज्य स्तरीय टीम एवं पर्यावरण विभाग, जीएसटी, पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा गतौरा एवं हिंडाडीह स्थित हिन्द एनर्जी, हिन्द मल्टी, क्लीन कोल वाशरियों एवं गतौरी स्थित सत्या पावर कोल् वाशरी, फील वाशरी में की जा रही है जांच।*
*खनिज विभाग ने कोरबा, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा एवं रायगढ़ जिलों में स्थित सभी कोल् वाशरी एवं कोल डिपो की जांच के लिए 10 टीमें गठित की।*
*टीमों में 50 अधिकारी शामिल।*
*संयुक्त टीम के अधिकारी जांजगीर-चांपा एवं रायगढ़ जिले की कोल वाशरियों एवं कोल डिपो में दबिश देकर कर रहे है जांच-पड़ताल।*
*कोरबा जिले में खनिज, राजस्व, पुलिस तथा जीएसटी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने कोल वाशरी दीपका, गेवरा, चाकाबुर्रा, रैकी, रतीजा, मारुति, इंडस उद्योग एंड प्राइवेट लिमिटेड, कोठरी तथा पावर प्लांट क्रमश चकाबूरा 2×135, 2×30, रतीज़ा पावर 50×2, मारुति 300 मेगावाट, रेकी पावर 63 मेगावाट में अधिक मात्रा में कोल स्टॉक, पर्यावरण के नियमों का उल्लंघन, भूमि संबंधी दस्तावेजों में कमियां, वेवब्रिज के कैलीब्रेशन में अंतर तथा अन्य कमियों की सघन जांच पड़ताल की कार्रवाई की गई।
आपको ज्ञात होगा जब 2019-20 मे कोरबा कलेक्टर किरण कौशल मैडम पदस्थ थी उस समय भी कोल ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ गेवरा दीपका क्षेत्र में माइनिंग राजस्व विभाग सहित संयुक्त टीम के द्वारा कार्रवाई की गई थी जिसमें हजारों की संख्या में कोयले से भरी गाड़ियों को रोक दिया गया था
छत्तीसगढ़ में
विधानसभा चुनाव को लगभग डेढ़ वर्ष ही शेष रह गए हैं इस विषय को भी लोग जोड़ कर देख रहे हैं अब देखना है कि छत्तीसगढ़ सरकार कितना कठोरता पूर्वक इन कोल वाशरीयों के खिलाफ कार्रवाई करती है या मामला रफा-दफा करती है यह तो समय ही बताएगा