*भाजपा का एक चर्चित नेता बालको प्लांट में करता है धमकी चमकी और दलाली का काम मन मुताबिक काम नहीं मिलने पर बोलता है पावर प्लांट का बॉयलर चेक कर दूंगा खुलकर करता है पैसे की उगाही इनकी संपत्ति की जांच सीबीआई, ईडी और एसीबी को करना चाहिए तब दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा और कोरबा वासीयों को सही न्याय मिल सकेगा जिसकी लाठी उसकी भैंस यह कहावत सिर्फ कहावत नहीं है बालको प्लांट में चरितार्थ होते नजर आ रहा है*
भाजपा का एक चर्चित नेता बालको प्लांट में करता है धमकी चमकी और दलाली का काम मन मुताबिक काम नहीं मिलने पर बोलता है पावर प्लांट का बॉयलर चेक कर दूंगा खुलकर करता है पैसे की उगाही इनकी संपत्ति की जांच सीबीआई, ईडी और एसीबी को करना चाहिए तब दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा और कोरबा वीसीयो को सही न्याय मिल सकेगा जिसकी लाठी उसकी भैंस यह कहावत सिर्फ कहावत नहीं है बालको प्लांट में चरितार्थ होते नजर आ रहा है
आपको याद होगा जब भूपेश बघेल कांग्रेस की सरकार राज्य में थी 2017 में तो यही भाजपा नेता कांग्रेस सरकार और शासन प्रशासन को कोसनें में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती थी उन पर भ्रष्टाचार और घोटालो की सरकार बोला करती थी चाहे कोयला चोरी घोटाला हो, चाहे जिला खनिज न्याय मत का घोटाला हो, या फिर रेत चोरी का मामला हो, शराब घोटाला हो, नान घोटाला,कबाड़ चोरी का मामला हो, या सीजीपीएससी का घोटाला हो, महादेव ऐप घोटाला हो,यह विभिन्न प्रकार का आरोप लगाते रहे हैं और मामला बिल्कुल सही भी था। उसी का परिणाम है। कांग्रेस की सरकार को छत्तीसगढ़ की जनता ने नाकर दिया और भाजपा की सरकार भारी बहुमत के साथ छत्तीसगढ़ राज्य में बनी कांग्रेस के समय किए गए घोटालों की जांच अब केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से राज्य सरकार कर रही है उसी का परिणाम है कि आधे अधिकारी जेल में है और आधे अधिकारी बेल में है। वही छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की जांच एजेंसी एसीबी भी भ्रष्टाचार में काली कमाई हुई संपत्ति को लेकर कार्रवाई कर रही है।
जिसमें रानू साहू सहित कई आईएएस अधिकारी जेल की हवा खा रहे हैं कई जेल में है और कई बेल में है जिला माइनिंग अधिकारी शिव शंकर नाग, आदिवासी विभाग की सहायक आयुक्त माया वरिया, टामन सिंह सोनवानी टुटेजा, त्रिपाठी और ऐसे अनगिनत अधिकारी नेता जेल की हवा खा रहे हैं।
वही तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के समय करोड़ों रुपए का घोटाला जिला खनिज न्याय मत में किया गया था अभी तक जांच प्रारंभ नहीं हो पाई है
तत्कालीन कलेक्टर संजीव झा के समय सीएसआर मत में 100 करोड़ से अधिक का घोटाला उनके कार्यकाल में किया गया था जिस पर पत्रकारों द्वारा जिले के प्रभारी मंत्री अरुण सावा से सवाल पूछा गया था उन्होंने भरोसा दिलाया था की जांच किया जाएगा दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा मगर आज तक किसी प्रकार की कोई जांच नहीं हो पाई है और ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को मंत्रालय में मलाईदार विभाग का अधिकारी बना कर बैठाया गया है यह भी एक गंभीर विषय है लगता है भाजपा सरकार ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने में लगी हुई है।
जब भाजपा विपक्ष में थे तब मुद्दा उठाना अच्छा लगता था और उन्हीं के भाजपा नेता भ्रष्टाचार कर रहे हैं तब उन पर कार्रवाई करना ठीक नहीं लग रहा है उन्हें बचाने में लगे हुए हैं यह दोहरा नीति अपनाना समझ से परे हैं।
देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं चाहे वह नेता कांग्रेस का हो या बीजेपी या कोई भी अन्य पार्टी और कितना भी पावरफुल नेता हो जो बेईमानी और भ्रष्टाचार करेगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी वह कोई भी हो बचेगा नहीं उसको सलाखों के पीछे जाना ही पड़ेगा और भ्रष्टाचार की संपत्ति को ईडी जप्त करेगी।
तो उन भाजपा के नेताओं पर आखिर कब करवाई होगी जो बालको पावर प्लांट को पैसा कमाने का एटीएम मशीन समझ रखे हैं वहां जो भी ठेकेदार काम करने के लिए आता है उसको बिना कमीशन लिए दिए काम करने नहीं दिया जाता है और जो भी वहां काम करेगा उसका भी डिसाइड वही करते हैं और एक लाख डेढ़ लाख 50000 जो जैसा काम है उसके हिसाब से राशि लेने के बाद उसे ठेका कंपनी में काम दिलाया जाता है विशेष सूत्र तो यह भी बताते हैं की जो ठेका कंपनी यहां काम करने आता है उसका वर्क आर्डर और एस्टीमेट की कॉपी मंगा कर देखा जाता है कि कितने करोड़ का काम है उसके बाद उससे कमीशन के तौर पर मोटी राशि की मांग की जाती है नहीं देने पर उनके मशीन और काम करने वाले मजदूरों को बालको प्लांट के अंदर जाने नहीं दिया जाता है और उनका वेरिफिकेशन भी नहीं होने दिया जाता है उनका पास भी नहीं बन पाता है यह एक गंभीर विषय है जिस पर सीबीआई और ईडी और राज्य सरकार की एसीबी को जांच करने की आवश्यकता है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और ऐसे दलाल नुमा भाजपा नेता जो पार्टी की छवि को धूमिल करने में लगे हैं उन पर कार्रवाई हो सके और उनकी संपत्ति को सरकार जप्त कर सके कि उनके पास हराम की संपत्ति कहां से आ रही है।
12 तारीख को छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का प्रथम कोरबा आगमन है इस विषय को लेकर सवाल भी पूछे जा सकते हैं ऐसा पत्रकारों से चर्चा के दौरान जानकारी मिली है।
यह पहला एपिसोड है और निरंतर इस विषय को लेकर समाचार प्रकाशित होता रहेगा इस संबंध में किसी भी संबंधित व्यक्ति के पास कोई जानकारी हो तो हमें जरूर बताएं प्रमुखता से समाचार को प्रकाशित किया जाएगा धन्यवाद।