*भाजपा के नेता भाजपा के मंत्री को निपटने में लगे भीतरघात, पिछड़ा वर्ग के नेताओं को दरकिनार करने की साजिश का ऑडियो आया सामने पूरी ऑडियो सुनने के बाद समझ में आएगा की कैसे गंदी राजनीति कोरबा में खेली जा रही है ऐसे भाजपा नेताओं को पार्टी से हमेशा के लिए बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए, इसमें मुख्य रूप से पार्षद हितानंद अग्रवाल बद्री अग्रवाल द्वारा 50-50 हजार रुपए और जरूरत पड़ने पर ₹1 लाख रुपए कई पार्षदों को तो 5 हजार और ₹10 हजार देने की भी बत की जा रही है पार्षदों को डील करने की बात सामने आ रही है जो एक तथा कथित पत्रकार से फोन में बात कर रहे हैं और यहां तक बोला जा रहा है कि आधा पैसा पार्षदों को देना है आधा पैसा समिति के अध्यक्ष के सामने बयान दर्ज करने के बाद देना है उसका भी रिकॉर्डिंग मोबाइल में करना है कि उन्होंने वहां पर क्या बयान दर्ज किया है। क्या हमारे पक्ष में उन्होंने बयान दिया या नहीं दिया उसके आधार पर बाकी का पैसा उनको दिया जाएगा, यह सारी बातें ऑडियो रिकॉर्ड में सुनने को मिल रहा है*
भाजपा के नेता भाजपा के मंत्री को निपटने में लगे भीतरघात! पिछड़ा वर्ग के नेताओं को दरकिनार करने की साजिश का ऑडियो आया सामने पूरी ऑडियो सुनने के बाद समझ में आएगा की कैसे गंदी राजनीति कोरबा में खेली जा रही है ऐसे भाजपा नेताओं को पार्टी से हमेशा के लिए बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए
कोरबा। भारतीय जनता पार्टी के भीतर पिछड़ा वर्ग के नेताओं को हाशिए पर डालने की गहरी साजिश का खुलासा हुआ है। नगर पालिका निगम के सभापति चुनाव को लेकर चल रही गहमा-गहमी के बीच एक चौंकाने वाला ऑडियो सामने आया है, जिसमें आमिर और सेठ नुमा कार्यकर्ताओं द्वारा सुनियोजित तरीके से पिछड़ा वर्ग के नेताओं को दरकिनार करने की बात सामने आई है।
सूत्रों के अनुसार, इस ऑडियो में कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी के ही ओबीसी वर्ग के प्रभावशाली कार्यकर्ताओं को कमजोर करने की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि किस तरह अंदरूनी स्तर पर एक वर्ग विशेष को सत्ता के केंद्र से दूर रखने की राजनीति की जा रही है।
भाजपा की इस अंदरूनी राजनीति ने पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी पैदा कर दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस मामले में क्या रुख अपनाता है और क्या सच में पिछड़ा वर्ग के नेताओं को उनका हक मिलेगा या नहीं।
आपको बता दे 17 तारीख को जांच कमेटी के अध्यक्ष के रूप में गौरी शंकर अग्रवाल, रजनीश सिंह कोरबा पार्टी कार्यालय आएंगे और नगर पालिका निगम में जिन पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग किए गए हैं उस संबंध में सभी पार्षदों से बारी-बारी से बातचीत कर पता लगाने की प्रयास करेंगे की कहां चुक हुई है उससे पहले कुछ तथा कथित पत्रकार के साथ मिलकर कुछ भाजपा के नेता बड़ी साजिश रचने में लगे हुए हैं जिसका भंडाफोड़ होना अभी बाकी है जिसमें मुख्य रूप से मंत्री लखन लाल दे प्रदेश संगठन मंत्री विकास महतो को टारगेट में लिया जा रहा है उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है और बीच-बीच में कोरबा के प्रभारी मंत्री अरुण साव का भी नाम लिया जा रहा है की लखन देवांगन मंत्री रहे ना रहे अरुण साव तो मंत्री रहेंगे इस गंदी राजनीति के चक्रव्यूह में खुद फसते हुए नजर आ रहे हैं शतरंज का चला हमेशा एक जैसे नहीं चला जाता है मात और सैय का खेल खेला जाता है इस प्रकार से भाजपा में भी वर्तमान में अंतरकला चल रहा है जिस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को ठीक करने की जरूरत है और जो नेता संगठन से हटके कार्य कर रहे हैं उन्हें भी सबक सिखाने की जरूरत है ।
इसमें मुख्य से पार्षद हितानंद अग्रवाल बद्री अग्रवाल द्वारा 50-50 हजार रुपए और जरूरत पड़ने पर ₹1 लाख रुपए कई पार्षदों को तो 5 हजार और ₹10 हजार देने की भी बत की जा रही है पार्षदों को डील करने की बात सामने आ रही है जो एक तथा गठित पत्रकार से फोन में बात कर रहे हैं और यहां तक बोला जा रहा है कि आधा पैसा पार्षदों को देना है आधा पैसा समिति के अध्यक्ष के सामने बयान दर्ज करने के बाद देना है उसका भी रिकॉर्डिंग मोबाइल में करना है कि उन्होंने वहां पर क्या बयान दर्ज किया है। क्या हमारे पक्ष में उन्होंने बयान दिया या नहीं दिया उसके आधार पर बाकी का पैसा उनको दिया जाएगा।
वही एक पार्षद ने कहा कि हमको मंत्री ने नहीं कहा है कि हमको वोट हितानंद को ना डालें इस बात की पुुष्टि खुद तथाकथित पत्रकार केेे द्वारा फोन केे माध्यम से हितानंद अग्रवाल को बताया जाा रहा है।
इस ऑडियो का 100% पृष्टि हम नहीं कर सकते लेकिन आवाज से समझ में आ रहा है यह सारा खेल बालको में खेला जा रह है नगर पालिका निगम के सभापतिक चुनाव में हितानंद अग्रवाल को हार मिली थी उस हर को वे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
इन मुद्दों को लेकर हमारी नजर आगे भी बनी रहेगी और भी खुलासे करते रहेंगे धन्यवाद