* कोरबा के नए पुलिस अधीक्षक होंगे उदय किरण,बिलासपुर के संतोष सिंह सहित 8 पुलिस अधीक्षकों का तबादला*
कोरबा- जिले के नए सिंघम पुलिस अधीक्षक उदय किरण के नाम सुनते ही अपराधियों के बीच हड़कंप मच गया कोरबा जिले को सुधारने के लिए यह बहुत ही जरूरी था छत्तीसगढ़ सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इनकी पोस्टिंग कोरबा जिले में किया गया है वह पहले कोरबा जिले में प्रशिक्षुक एडिशनल एसपी के रूप में काम कर चुके हैं और उनके काम करने के तरीके से कोरबा वासी बखूबी से वाकिफ है।
जब पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह लगभग 1 सप्ताह दिन के लिए बाहर आउट ऑफ स्टेशन थे उस वक्त उनको कोरबा जिले का प्रभारी एसपी के रूप में राज्य शासन द्वारा पोस्टिंग किया गया था कोरबा जिले के कार्यों से भलीभांति पहले से अवगत हैं अब देखना है जितने भी कोयला, कबाड़ चोर, डीजल चोर, रेत चोरी, या गुंडागर्दी अवैध वसूली करने वाले लोगों को कैसे कंट्रोल करते हैं वह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन इतना जरूर है कि कोरबा में किसी की गुंडागर्दी नए पुलिस अधीक्षक उदय किरण सर नहीं चलने देंगे ऐसा उनके वर्किंग स्टाइल से लगता है कोरबा जिले के हित के लिए इनका पोस्टिंग अच्छा होगा ऐसा मेरा मानना है और मैं उनको अग्रिम बधाई देता हूं साथी वर्तमान पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह का कार्य कोरबा जिले में कोई विवादित नहीं रहा है उनके कार्यकाल में बड़े-बड़े घटना घटित हुई और आरोपी पकड़े भी गए कार्रवाई अभिलंब किया करते थे संज्ञान में आते ही कोरबा से उनका तबादला बिलासपुर न्याय धानी में हुआ है इसका मतलब छत्तीसगढ़ सरकार उनका एक तरह से प्रमोशन ही किया गया है ऐसा मानना चाहिए लेकिन कोरबा की ट्रैफिक व्यवस्था और कबाड़ चोरी में अंकुश लगाने में थोड़ा नरम झुकाऊ के रूप में देखा गया है कई बार पत्रकारों के द्वारा भी बीच-बीच में पत्रकार वार्ता में निरंतर इस मुद्दे को ध्यानाकर्षण कराते रहे हैं लेकिन हर अधिकारी की एक अलग काम करने की शैली होती है उनका एक निजी कार्यक्रम निजाद अभियान काफी कोरबा जिले में सुर्खियां बटोरी और लोगों को भी इसका लाभ मिल रहा था 26 जनवरी में निजाद अभियान के तहत झांकी को पहला पुरस्कार भी मिला है यह उनकी एक अच्छी पहल हमेशा से नशे के खिलाफ में रही है जिसे कोरबा वासी हमेशा उनको याद करेंगे वही इसके तत्कालीन पुलिस अधीक्षक पदस्थ थे भोजराम पटेल उनके कार्यकाल में कोरबा के इतिहास में जो नहीं हुआ वह सभी कार्य हुआ जैसे कोयला चोरी, डीजल चोरी, कबाड़ चोरी, रेत चोरी, गुंडागर्दी लूटपाट मारपीट सभी प्रकार के अवैध कार्य खुलेआम किया जाता था उनका खास सम खास आदमी किसे दत्तक पुत्र के नाम से जाना जाता था राघवेंद्र सिंह तोमर उन्हीं के कंधे में रखकर सभी कार्य को अंजाम दिया करते थे कोरबा से महासमुंद तबादला राज्य सरकार द्वारा किया गया था और महासमुंद से वर्तमान में बीजापुर कमांडेंट के रूप में उनका पोस्टिंग है जैसा करनी वैसा भरनी एक कहावत है सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहे का, लेकिन ऊपर वाले की लाठी की आवाज नहीं आती जब पड़ती है तब धन्यवाद🪷👏