रलिया की जमीनों का आंशिक अधिग्रहण, ग्रामीणों का भड़का आक्रोश
कोरबा। एसईसीएल की गेवरा परियोजना से प्रभावित ग्राम रलिया की जमीनों का प्रबंधन की ओर से किए जा रहे आंशिक अधिग्रहण का विरोध ग्रामवासी कर रहे हैं। इन्होंने अपना विरोध दर्ज कराने के साथ ही उच्च स्तर पर भी आग्रह किया है। दो दिन पहले ही कोरबा सांसद के नाम आग्रह पत्र प्रेषित किया गया।
ग्रामीणों की ओर से इस संबंध में विचार-विमर्श करने के दौरान यह जानकारी मिली कि बुधवार को एसईसीएल द्वारा रलिया में नापी-सर्वे किया जाना है। तय हुआ कि ग्राम रलिया में पंचायत भवन में बैठक रखी जाए। ग्रामीणों का कहना है कि यहां बैठक में ग्रामवासियों ने कदम पेड़ की छांव में बैठक रखी थी व आंशिक अधिग्रहण का विरोध करते हुए पूरा गांव अधिग्रहित करने की मांग पर चर्चा हो रही थी कि इस दौरान यहां पहुंचे कुछ लोगों ने इस तरह की मांग पर गुस्सा जाहिर कर ग्रामीणों से गाली-गलौज कर व महिलाओं से अभद्र व्यवहार करते हुए जातिगत टिप्पणियां की। शोर-शराबा करने से ग्रामीण विजयपाल सिंह तंवर, किरपाल सिंह कामरो, जगदीश प्रसाद पटेल ने मना किया तो उनसे मारपीट की गई।
0 एसईसीएल के इशारे पर कराया जा रहा
ग्राम रलिया के ग्रामीणों ने कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत को आवेदन देते हुए आंशिक अधिग्रहण की बजाय पूरा का पूरा गांव और पूरी जमीन अधिग्रहित करने के लिए आवश्यक पहल हेतु आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने वाद विवाद के बारे में भी लेख करते हुए कहा है कि एसईसीएल में रोजगार और नौकरी प्राप्त कर चुके गांव के ही कुछ लोगों के माध्यम से अन्य ग्रामीणों को बरगलाया जा रहा है और एसईसीएल के अधिकारियों के इशारे पर वह ऐसा कर रहे हैं। इससे ग्रामीणों के मध्य आपसी तनाव बढ़ रहा है।