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**जब एसईसीएल कुसमुंडा का अमला बुलडोजर लेकर पहुँचा खम्हरिया की बस्ती उजाड़ने ,राजस्व मंत्री पहुचें ग्रामीणों के बीच, परसा पेड़ के नीचे जमीन में बैठकर लगाई चौपाल सीजीएम उठकर भाग खड़े हुए मंत्री के सवालों का जवाब नहीं था सीजीएम कुसमुंडा के पास बिना किसी को बताए हो गए नौ दो ग्यारह **

जब एसईसीएल कुसमुंडा का अमला बुलडोजर लेकर पहुँचा खम्हरिया की बस्ती उजाड़ने ,राजस्व मंत्री पहुचें ग्रामीणों के बीच, परसा पेड़ के नीचे जमीन में बैठकर लगाई चौपाल सीजीएम उठकर भाग खड़े हुए मंत्री के सवालों का जवाब का नहीं था सीजीएम कुसमुंडा पास

कोरबा/ एसएसीएल ओपन परियोजना कुसमुंडा के जमीनी अमले को लेकर एसईसीएल के सीजीएम बुलडोजर लेकर स्वयं खम्हरिया बस्ती पहुँच गए ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद एसएसीएल का अमला खाली पड़ी जमीन पर बुलडोजर चला रहा था इस बीच अचानक राजस्व मंत्री दल बल के साथ मौके पर पहुँच गए तब एसईसीएल के अफसर बगले झांकने लगे ।

दरअसल एसईसीएल 60 वर्ष पूर्व अधिग्रहित की गई भूमि को खाली करवाने के कवायद कर रहा है इस बीच एसईसीएल ने खम्हरिया के ग्रामीणों को नोटिश थमा कर स्थल खाली करने को कहा था लेकिन ग्रामीण कुछ शर्तों के साथ बस्ती खाली करने की मांग कर रहे है,इस संबंध में ग्रामीणों ने कलेक्टर कोरबा से गुहार लगाई गई थी कलेक्टर ने एसईसीएल महाप्रबंधक को दिनांक 11 मई को पत्र लिखकर ग्रामीणों की समस्यों के निराकार का आदेश दिया था लेकिन एसईसीएल प्रबंधक कलेक्टर का आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए ग्रामीणों के मकान खाली कराने में आमादा है.

आज पुनः एसईसीएल कुसमुंडा ओपन परियोजना के सीजीएम संजय कुमार मिश्रा बुलडोजर लेकर ग्राम खम्हरिया पहुँच गए इसकी जानकारी राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को होने पर वे तत्काल मौके पर पहुँच गए और ग्रामीणों की तरफ से सीजीएम संजय मिश्रा से कुछ सवाल करने लगे संजय मिश्रा जब मंत्री के सवालों का जवाब नहीं दे पाए तब वे अपनी इनोवा वाहन में बैठकर जाने लगे इस बीच पत्रकारों ने भी श्री मिश्रा से सवाल पूछना चाहा लेकिन वे उत्तर देने की बजाय वहां से चल दिये । और बोलने लगे कि हमारे जनसंपर्क अधिकारी से आप बात करें इसी बात को लेकर पत्रकारों के बीच थोड़ा तकरार होने लगा

कलेक्टर ने पत्र में क्या कहा गया है

कलेक्टर ने एसईसीएल को पत्र लिखकर स्पष्ट निर्देश दिए है कि

 

 

ग्राम खम्हरिया के भू-विस्थापितों एवं भू-स्वामियों जनप्रतिनिधि एवं एसईसीएल प्रबंधन की उपस्थिति में दिनांक 24.04.2023 हुई बैठक में निम्नलिखित बिन्दुओं पर चर्चा के संबंध में इस कार्यालय को अवगत कराया गया है।

01. ग्राम खम्हरिया के मूल भू-स्वामियों के परिसमपत्तियों का मूल्यांकन कर मुआवजा दिया जाए।

02. पात्र भू-स्वामियों को विस्थापन लाभ (R&R) के मध्यम से दिया जाए।

03. खम्हरिया ग्राम की पुरानी बस्ती को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए जैसे मंगलभवन खेलमैदान, देवस्थल तलाब एवं निस्तारी के लिए अगल से जमीन छोड़ा जाए।

04. बचे हुए मूलग्रामवासियों जिनके आश्रित 18 वर्ष से ऊपर हो चुके है उनके लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था की जाए।

05. जिस स्थान पर पुरानी बस्ती है उसे नए स्थान पर ग्राम वासियों को पुर्नविस्थापित किया जाए एवं पुरानी जगह को जो देवस्थल पे बसा हुए है उसे विकसित किया जाए।

06. बचे हुए स्थायी रोजगार प्रकरणों पर शीघ्र निराकरण कर नौकरी देने के पश्चात् आगे की
कार्यवाही की जाए।

कलेक्टर की इस स्पष्ट आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए एसईसीएल प्रबंधन ने ग्राम खम्हरिया में बुलडोजर लेकर पहुच गए जिससे वहां स्थिति विस्फोटक बानी हुई थी.

मंत्री की दो टूक बातें

इस संबंध में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एसईसीएल के सीजीएम संजय कुमार मिश्रा से दो टूक कहा कि कलेक्टर के पत्र में उल्लेखित इन छः बिंदुओं पर पहले अमल करें उसके पश्चात ही ग्राम खम्हरिया में आगे की कार्यवाही के लिए आएं वरना मेरे विरोध का सामना आपको करना पड़ेगा इतना सुनते ही ऐसे सीएलके सीजीएम वहां से बिना कुछ कहे उठकर चले गए वही ग्रामीणों का आक्रोश इतना ज्यादा था कि कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी । मगर विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए मंत्री जी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि कोई भी कानून को अपने हाथ में नहीं लेंगे हमे नियंता लड़ाई लड़ेंगे और आप लोगों को आपका हक एसएसीएल प्रबंधन से दिलाने में निरंतर प्रयास करते रहेंगे

एसएसीएल कुसमुंडा के सीजीएम संजय मिश्रा ने पत्रकारों से कहा

इस संबंध में वहां समाचार संकलन के लिए पहुचे पत्रकारों ने श्री मिश्रा का पक्ष जानना चाहा लेकिन वे पत्रकारों के सवालों का जवाब नही दे सके और जवाब PRO से पूछने की बात कहते रहे लेकिन बात बात में उन्होंने ये जरूर कहा कि मुझे बेइज्जत्ति लग रही थी इस लिए मैं जा रहा हूँ .

मंत्री के सवाल से क्यों घबराए सीजीएम

मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने सीजीएम से सवाल पूछते हुए कहा कि आपने कलेक्टर के आदेश पर क्या काम किया है सीजीएम मिश्रा ने कहा हम करेंगे इस पर मंत्री ने कहा कि एसईसीएल की जुबान पक्की नही है आप लोग न समय से मुआवजा देते है और न ही नौकरी देते है कोरबा क्षेत्र की जितनी माईनस है और जहां भी बसाहट है मुझे चल कर दिखाइए की कहा पर आपने मूलभूत सुविधाएं दी हुई है कोरबा में एसईसीएल के क्वाटर्स की हालात जर्जर है सड़को का पता ही नही है पानी की सप्लाई अक्सर बाधित रहती है नाली में गंदगी पसरी पड़ी है इतना सुनना था कि सीजीएम मिश्रा उठकर चलते बने । और अपने सफेद रंग की इनोवा गाड़ी में बैठ के नौ दो ग्यारह हो गए