भारतीय स्टेट बैंक के पास चुनावी बॉन्ड को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन
कोरबा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में 6 मार्च 2024 बुधवार को टीपी नगर स्थित एसबीआई के पास चुनावी बॉन्ड को लेकर प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सपना चौहान ने बताया कि चुनावी बॉन्ड का भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों ने पुरजोर विरोध किया था, लेकिन संसद में चर्चा के बिना इसे धन विधेयक के रूप में असवैधानिक रूप से पारित कर दिया गया। इससे कॉरपोरेशन को राजनीतिक दान की अनुमति मिलती है। इसी के तहत भाजपा दान लेने के मामले में सबसे ऊपर है।
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में भाजपा की चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक मानते हुए उस पर रोक लगा दी है। अदालत ने राजनीतिक दलों को इस योजना के तहत प्राप्त दान का खुलासा करने को निर्देश दिया, साथ ही भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च 2024 से पहले सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने का भी निर्देश दिया। चुनाव में काले धन के खिलाफ निर्णायक कदम के तौर पर इस फैसले का पूरे देश में व्यापक स्वागत किया गया।
चुनावी बॉन्ड योजना की प्राथमिक लाभार्थी होने के नाते सत्तारूढ़ भाजपा को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद असुविधा का सामना करना पड़ा। 2017 में योजना की शुरुआत के बाद से राजनीतिक दलों को सामूहिक रूप से 12,00 करोड़ डॉलर से अधिक प्राप्त हुए, अकेले भाजपा को 26,566.11 करोड़ प्राप्त हुए, जो सभी चुनावी बॉन्ड की 55 प्रतिशत है।
ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि स्पष्ट रूप से भाजपा दानदाताओं के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने के बाद चुनिंदा कॉरपोरेट्स के साथ अपने संबंधों को संभावित जोखिम को लेकर चिंतित है। मोदी सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक पर जानकारी साझा न करने के लिए 30 जून 2024 तक विस्तार की मांग की गई है। जैसा कि आप जानते हैं देरी संदिग्ध हैं, क्योंकि देश के सबसे बड़े और पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बॉन्ड के बारे मे जानकारी प्रदान करने के लिए पांच महीने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। इससे पता चलता है। एसबीआई का इस्तेमाल बीजेपी की वित्तीय अनियमितताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया जा रहा है।
इस मौके पर आरिफ खान, राजेश यादव, यशवंत चौहान, बद्री साहू, महेन्द्र निर्मलकर, सुखसागर निर्मलकर, मुकेश राठौर, कुंज बिहारी साहू अनवर रजा सहित अनेकों उपस्थित थे।