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*कमला नेहरू महाविद्यालय के शिक्षको ने अल्प वेतन की समस्या को लेकर सरोज पांडेय को सौंपा ज्ञापन*

कोरबा,

कोरबा, कमला नेहरू महाविद्यालय के शिक्षको को मिल रहे अल्प वेतन को लेकर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पूर्व सांसद डॉ. सरोज पांडे, को ज्ञापन सौंपा सह मांग पत्र सौंपा है जिसमे वेतन वृद्धि या शासकीय कारण करने की मांग रखी है |

कमला नेहरू महाविद्यालय, कोरबा में सन् 1971 में स्थापित जिले का प्रथम महाविद्यालय है जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली द्वारा 2 एफ 12 बी में पंजीकृत है तथा छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा अनुदान प्राप्त है, जिसने दो चरणों में राष्ट्रीय मूल्याँकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक द्वारा अपना मूल्यांकन भी करवाया है। महाविद्यालय में कला, वाणिज्य तथा विज्ञान की स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के साथ पी.जी.डी.बी.एम. एवं पी.जी.डी.सी.ए., बी.लिब., एग.लिब., बी.एड., एम.ए. शिक्षा जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। कोरबा की तात्कालीन जमींदारिनी रानी धनराज कुंवर एवं उनकी पौत्रवधु श्रीमती निर्मला सिंह द्वारा समिति को प्रदत्ता 2.5 एकड़ भूमि पर महाविद्यालय का संचालन एवं प्रबंधन कमला नेहरू महाविद्यालय शिक्षण समिति के द्वारा किया जा रहा है।

समय की मांग के अनुरूप गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए महाविद्यालय. के पास पर्याप्त आधारभूत संरचना 25 अध्यापन कक्ष, 12 प्रयोगशालाएँ 02 सेमीनार हाल, 06 स्मार्ट कक्ष, 100 कम्प्यूटरों से सुसज्जित प्रयोगशाला, पृथक ग्रंथालय भवन, क्रीडाभवन, कैंटीन आदि समी सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जिनका लाभ कोरवा शहर के अलावा क्षेत्र के पिछडे एवं आदिवासी छात्र/छात्राओं को प्राप्त होता है। वर्तमान में महाविद्यालय के ग्रंथपाल दो कार्यालय सहायकों तथा एक प्रयोगशाला परिचारक को ही राज्य शासन द्वारा वेतन अनुदान प्रदान किया जा रहा है। शेष 46 सहायक प्राध्यापाकों एवं 20 कर्मचारियों की वेतन एवं अन्य सुविधाएँ कमला नेहरू महाविद्यालय समिति द्वारा अपने अल्प संसाधनों से पूरी की जा रही है। जिले में शासकीय महाविद्यालयों की संख्या बढ़ जाने के कारण महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या घटी है। इस कारण अल्प वेतन में हम समस्त कर्मचारियों को आर्थिक संकट का बोझ उठाना पड रहा है तथा मंहगाई के इस दौर में हमारी आर्थिक स्थिति भी कमजोर हुई है।

सुश्री डॉ. सरोज पांडेय ने उक्त विषय को संज्ञान में लेते हुए अतिशीघ्र उचित समाधान का भरोसा दिया है |