HO – TP Nagar Korba(CG)

finalLogo
Breaking News

*पहला क्राइम मीटिंग पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने लिया सूत्रों के हवाले से अवैध कार्य को लेकर कड़ाई से पालन करने का दिया निर्देश*

आज सुबह दिन शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय रामपुर कोरबा में नए पुलिस अधीक्षक महोदय जी के द्वारा पहला क्राइम मीटिंग लिया जा रहा है जिसमें जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी additional SP DSP CSP थाना प्रभारी चौकी प्रभारी मीटिंग में उपस्थित हैं !

वही पुलिसिंग कार्य में कसाव और तेजी लाने के लिए यह पहल किया जा रहा है जितने भी अवैध कार्य जिले में संचालित हो रहा है उस पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने की बात की जा रही है ऐसा सूत्र बता रहे है वैसे भी पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह काफी तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक के रूप में छत्तीसगढ़ में जाने जाते हैं उनकी कार्यशैली को देखते हुए शासन स्तर पर कई पुरस्कार और अवार्ड भी उन्हें मिल चुके हैं !

उनकी कार्यशैली जरा हटके रहती है और पुलिस अधीक्षक के अपेक्षा काफी अलग अंदाज में काम करना उनको पसंद है और बहुत ही सुलझे हुए विनम्र भाव की शैली से लोगों से मिलना और बात करना उनकी सहजता को परिलक्षित करता है वही सुलझे हुए व्यक्तित्व के व्यक्ति में से एक हैं!

11, 7,2022 को जब वे जिले में पदस्थ हुए हैं तब से ताबड़तोड़ कार्रवाई अवैध कार्य जो जिले में संचालित हो रहा था उनको लेकर कार्रवाई निरंतर एक अभियान की तरह चलाया जा रहा है

आए दिन आप पुलिस के द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पढ़ सकते हैं देख सकते हैं पुलिसिंग की कसावट के लिए यह सब कार्य किया जा रहा है !

तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोज राम पटेल जब जिले में पदस्थ थे तब सभी अवैध कार्य हुआ करता था लेकिन सिर्फ और सिर्फ पुलिसिंग कार्य नहीं हुआ करता था जिले में सभी अवैध कार्य हो रहे थे और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल जी के द्वारा कार्यशाला का आयोजन करना शिक्षकों का सम्मान करना कोटवारों का सम्मान करना पुलिस के रंग स्कूल के संग जैसे बहुत से कार्यक्रम उनके द्वारा आयोजित जिले में किया जाता रहा है आपको ज्ञात होगा उस वक्त कोयला चोरी डीजल चोरी कबाड़ चोरी रेत चोरी जिले में धड़ल्ले से बेखौफ होकर किया जा रहा था जिससे आम नागरिक दहशत का माहौल में जीने को मजबूर थे जिस पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा था जो जीता जागता उदाहरण है स्वरूप है उस समय भोजराम पटेल के दत्तक पुत्र राघवेंद्र सिंह तोमर जो जिले की इतिहास के पन्नों में काले अक्षरों से उनका नाम लिखा जा चुका है जो कभी मिटाया नहीं जा सकता उनके कार्यकाल मैं उस वक्त यातायत पुलिस शहर में दिखाई नहीं देते थे वह ग्रामीण क्षेत्र में खड़े होकर वसूली का कार्य किया करते थे जो कि यातायात पुलिस को शहर की चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए शासन द्वारा गठित किया जाता है जिससे ट्रैफिक व्यवस्था सुलभ तरीके से शहर में संचालित हो सके और घटना दुर्घटना को रोका जा सके और जो सड़क किनारे अवैध तरीके से वाहनों को खड़ा करते हैं उन पर कार्रवाई की जा सके जिससे शहर के आम नागरिकों को आने जाने में किसी प्रकार की कोई असुविधा या कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े वहीं यातायात विभाग सभी ट्रांसपोर्टरों का सूची बनाकर महीने में वसूली अभियान चलाया करते थे यह स्थिति काफी लंबी वर्षों से चलता आ रहा है कोरबा जिले का यातायात प्रभारी बनने के लिए बहुत सोर्स जैक नेताओं के माध्यम से लगाकर आते हैं जिस पर नए पुलिस अधीक्षक महोदय को अंकुश लगाने की आवश्यकता है वैसे जब से पदस्थ हुए हैं तब से यातायात विभाग विभाग भी सही लाइन में आने लगे है!
पीड़ितों की सुनी जाएगी गुहार
धन्यवाद