*पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर की शिकायत के बाद छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर अटल नगर से दिनांक 21,9, 2025 को बिलासपुर संभाग आयुक्त को कलेक्टर कोरबा अजीत कुमार वसंत के खिलाफ जांच करने के लिए पत्र जारी किया गया है क्या निष्पक्ष जांच होगी यह सवाल हमेशा से उठाते रहेंगे क्योंकि वर्तमान में कलेक्टर के पद में पदस्थ है*
कोरबा। पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर की शिकायत के बाद छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर अटल नगर से दिनांक 21,9, 2025 को बिलासपुर संभाग आयुक्त को कलेक्टर कोरबा अजीत कुमार वसंत के खिलाफ जांच करने के लिए पत्र जारी किया गया है क्या निष्पक्ष जांच होगी यह सवाल हमेशा उठाते रहेंगे क्योंकि वर्तमान में कलेक्टर के पद में पदस्थ है
पूर्व गृहमंत्री कंवर ने कलेक्टर पर 14 बिंदुओं में गंभीर आरोप लगाए हैं और उनकी तैनाती के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। इसी मुद्दे को लेकर श्री कंवर ने 4 अक्टूबर 2025 को सीएम हाउस रायपुर के सामने धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पहले ही मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बिलासपुर कमिश्नर सुनील जैन से जांच रिपोर्ट मांगी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री खुद ननकी राम कंवर से इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं। सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ होगी।
इस मामले ने प्रशासनिक महकमे में हलचल पैदा कर दी है और राज्य स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। आगामी जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि कोरबा कलेक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी। पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर कोरबा कलेक्टर अजीत कुमार बसंत को हिटलर और भ्रष्ट कलेक्टर की संज्ञा दी है उनका व्यवहार आम जनता के प्रति नकारात्मक रहा है पद और पावर का खुला दुरुपयोग उनके द्वारा किया जा रहा है जो स्वस्थ समाज के लिए ठीक नहीं है सबसे बड़ी बात यह है की छत्तीसगढ़ सरकार में बैठे मुख्यमंत्री वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को सोचना चाहिए जब तक अजीत कुमार बसंत कोरबा कलेक्टर के कुर्सी में बैठे रहेंगे तो कैसे आप मानेंगे की जांच सही हो रही है सबसे पहले तो उनके खिलाफ सामान्य प्रशासन विभाग को तत्काल संज्ञान लेते हुए कोरबा से हटना चाहिए जिससे जांच सही ढंग से हो सके किसी दबाव में प्रभावित न हो और कोरबा कलेक्टर का कोई हस्तक्षेप ना हो तभी क्षेत्र की जनता को सही न्याय मिल सकेगा।
वैसे भी हमारे देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी बोलते हैं कि हम पूरे देश में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही हैं और छत्तीसगढ़ प्रदेश मैं भाजपा की डबल इंजन सरकार है और केंद्र में भी भाजपा की सरकार है तो इन अधिकारियों के ऊपर ऐसी मेहरबानी छत्तीसगढ़ सरकार क्यों दिख रही है मोदी जी यह भी बोलते हैं की कितना भी पावरफुल अधिकारी हो नेता हो बिजनेसमैन हो गलत करेंगे तो उनको सीबीआई सलाखों के पीछे भेजेगी और उनके द्वारा अवैध रूप से कमाई हुई संपत्ति को परिवर्तन निदेशालय अटैक करेगी।
आपको बता दें छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर अटल नगर से दिनांक 21,9, 2025 को बिलासपुर संभाग आयुक्त को कलेक्टर कोरबा अजीत कुमार वसंत के खिलाफ जांच करने के लिए पत्र जारी किया गया है इसके बावजूद भी कोरबा के जनता यह सवाल पूछ रही है कि जब तक कलेक्टर कोरबा का पावर सीज नहीं होगा तब तक कैसे निष्पक्ष तरीके से जांच हो पाएगी पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास रायपुर के सामने धरना देने के लिए जाएंगे क्योंकि उससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिखा था कि तीन दिन के भीतर कोरबा कलेक्टर अजीत कुमार वसंत को नहीं हटाओगे तो उनके खिलाफ मैं धरने में बैठूंगा जिसकी मियाद खत्म हो चुकी है उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री सहित रायपुर के जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सूचना दिया है कि मैं 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने में बैठूंगा जब तक कोरबा कलेक्टर का तबादला कोरबा जिले से नहीं होगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा अब देखना है की प्रदेश की साय सरकार इस गंभीर चुनौती को कैसे हैंडल करती है और क्षेत्र के लोगों को कैसे न्याय मिल पाता है या सिर्फ विष्णु देव सरकार क्षेत्र जनता को झूठी आश्वासन देकर सत्ता में बने रहना चाहते है और अपने सरकार को बचाने का प्रयास करते है वैसे भी साय सरकार में ब्यूरोक्रेट पूरी तरह से हाबी हो चुके हैं सरकार को अपने दिशा निर्देश में चला रहे हैं इसको साय सरकार की नाकामी समझो या ब्यूरोक्रेट को पूरी तरह से साय सरकार के द्वारा हरी झंडी दी गई है कि आप लोग ही सरकार चलाओ हम सिर्फ मलाई खाएंगे और बैठकर तमाशा देखेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय चाहते तो यह मामला अभी तक खत्म हो जाता वे पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर को रायपुर बुलाकर, फोन में बात करके मामले को निपटा सकते थे और सरकार की छवि जैसे वर्तमान में धूमिल हुई है उसकी भरपाई भाजपा सरकार को भविष्य में करनी पड़ेगी क्योंकि सभी प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में सोशल मीडिया में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पूर्वग्रह मंत्री ननकी राम कंवर का समाचार सभी जगह प्रकाशित हुआ है पूरे छत्तीसगढ़ की जनता ने पढ़ा है देखा है सुना है विरोध तो भाजपा के अंदर भी है मंत्रिमंडल के गठन होने के बाद से कुछ मुट्ठी भर भाजपा के नेता शासन प्रशासन का मजा ले रहे हैं और आम कार्यकर्ता दर-की ठोकर खाने को मजबूर है जिनके बल पर विधायक चुनकर आता है।
वही विरोधी पार्टी भी चुटकी ले रहे हैं छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर सबसे वरिष्ठ आदिवासी नेता है और उनका अपमान भाजपा सरकार में बैठे अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है और साय सरकार चुप बैठकर देख रही है इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विपक्ष आदिवासियों के साथ अन्य बता रही है अब देखना है कि 4 अक्टूबर को क्या होता है इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ के लोगों की नजर रहेगी इस मामले को लेकर धन्यवाद