*तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के दत्तक पुत्र राघवेंद्र सिंह तोमर द्वारा कोरबा जिले में किए गए अवैध कारनामों के कुछ अंश जैसे कोयला चोरी डीजल चोरी रेत चोरी*
जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले से आह्वान किया है कि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी नेताओं को बख्शा नहीं जाएगा उन्हें सलाखों के पीछे जाना ही पड़ेगा किसी भी राज्य के हो आप ने एक कहावत आपने सुनी होगी चोर की दाढ़ी में तिनका
- आपकोज्ञात होगा झारखंड के तत्कालीन आईएस अधिकारी पूजा सिंगल के यहां करोड़ों की अवैध संपत्ति जप्त हुई थी वैसे ही यहां छत्तीसगढ़ में छापा मारने पर करोड़ों अरबों की संपत्ति इन बड़े आईएएस आईपीएस अधिकारियों के यहां से बरामद होगी जो बेईमानी करके अवैध तरीके से कमाए हुए हैं हर अधिकारी बेईमान नहीं होता लेकिन जो बेईमान है उनके यहां
अवैध संपत्ति जरूर मिलेगी।
उस के कुछ ही दिनों के बाद कोलकाता के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों की 10 टीम रवाना हो गए ।
इसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार तुरंत एक्शन मोड में आते हुए माइनिंग डिपार्टमेंट के सभी अधिकारी कर्मचारियों बाबू चपरासी चारों बेरियल के कर्मचारी सहित सभी का तबादला थोक के भाव में तबादला कर दिया गया “न रहे बांस न बाजे बांसुरी” आपको बता दें ठंड और ग्रीष्मकालीन के समय कोरबा में खुलेआम रेती,कबाड़ और कोयला का मंडी गेवरा,दीपका,कुसमुंडा,छुरा काछार चोर और दलाल सक्रिय हुआ करते थे किसी की हिम्मत नहीं थी कि कोई उंगली उठा सकें या विरोध कर सकें नहीं तो उनके खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई करने की धमकी दी जाती थी।
जिसमें तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के दत्तक पुत्र राघवेंद्र सिंह तोमर इन सभी कार्य को अंजाम बखूबी तरीके से दिया करते थे क्षेत्र की जनता इस बात को बताती है और राघवेंद्र सिंह तोमर को सभी चोर कोयला चोर डीजल चोर कबाड़ चोर रेती चोर जितने अवैध कार्य करने वाले चोर और दलाल किस्म के लोग थे वे सभी अच्छे से जानते और पहचानते हैं क्योंकि पैसे का लेनदेन और अवैध कार्यों का डील इन्हीं के माध्यम से किया जाता था।
बिलासपुर रेंज के आईजी श्री रतनलाल डांगी द्वारा 19 मार्च 2022 को छह बिंदुओं में पत्र लिखा गया था और स्पेशल टास्क फोर्स का एक टीम बिलासपुर से ही गठन किया गया था उसके बाद से तत्काल हरदी बाजार चौकी प्रभारी अभय वौस दीपका थाना प्रभारी अविनाश सिंह को तत्काल चौकी एवं थाना से हटा दिया गया था ।
अगर इन क्षेत्रों में चोरी यह गलत कार्य नहीं होते थे तो तत्कालीन पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा उन्हें क्यों हटाया गया यह सवाल हमेशा सुलगता और उठाता रहेगा राघवेंद्र सिंह तोमर को केंद्रीय जांच एजेंसी आयकर विभाग और सीबीआई को पूछना चाहिए कि आखिर कोयला चोरी डीजल चोरी काबाढ़ चोरी रेत चोरी का पैसा किन के पास जाता था और कितने पैसे हर महीने में वसूला करते थे तब दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा तब कोरबा की जनता को सही में न्याय मिल पाएगी जो पत्रकार लोग आवाज उठाते निष्पक्ष लिखा करते थे उनके खिलाफ राघवेंद्र सिंह तोमर के द्वारा फसाने का रणनीति बनाकर प्रताड़ित करना और धमकी देना यह सब काम किया करते थे
आपको याद होगा एक बार एसपी ऑफिस का घेराव कोयला चोरी के संबंध में किया गया था उसमें भी राघवेंद्र सिंह तोमर का दिमाग की उपज थी ऐसा विशेष सूत्र बताते हैं।
इस विषय में और भी समय आने पर लिखा जाएगा इन बातों को तत्कालीन एसपी भोजराम पटेल को व्हाट्सएप या मोबाइल फोन के माध्यम से सूचना दिया जाता रहा है लेकिन किसी प्रकार का कोई कार्यवाही या रिस्पांस उनके द्वारा नहीं दी जाती थी और ना ही कार्रवाई की जाती थी जो भी करना रहता था राघवेंद्र सिंह तोमर के द्वारा किया जाता था और कोरबा के दूसरा पुलिस अधीक्षक के रूप में काम किया करते थे इतना पावर इनको तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा दिया गया था जब चाहे किसी भी थानेदार चौकी प्रभारी हवलदार सिपाही को हटा दिया जाता था अगर उनके हिसाब से काम नहीं करने की सजा उनको मिलती थी। मैं आने वाले भविष्य में इस विषय को लेकर एक पुस्तक भी लिखूंगा और प्रकाशन भी करूंगा ऐसे पुलिस अधीक्षक भी होते हैं जो वर्दी पहनने के बाद वर्दी धारियों को बदनाम करने का काम करते हैं।
आई जी के पत्र लिखने के बाद से आज तक कोयला चोरी का कार्य नहीं हो रहा है लेकिन सवाल यहां पर यह उठता है कि तत्कालीन एसपी भोजराम पटेल आईजी बिलासपुर रेंज के द्वारा 6 पॉइंट में पत्र लिखने के बाद ट्रांसफर होने से पहले डेढ़ 2 महीने जिले में पदस्थ थे लेकिन उन्होंने एक भी कोयला चोर डीजल चोर कबाड़ चोर रेत चोर के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया गया यह आश्चर्य का विषय है और आईजी साहब के आदेशों का अवहेलना भी है।
आज वह दलाल नुमान लोग लखपति करोड़पति बन गए हैं ऐंस की जिंदगी जी रहे हैं बड़े-बड़े कीमती वाहनों में चल रहे हैं बड़े-बड़े आलीशान मकान बनाकर रह रहे हैं
शासन प्रशासन से उन्हें कोई खौफ नहीं है यह पहली बार कोरबा जिले का इतिहास के काले पन्नों में लिखा जाएगा इतना बृहद मात्रा में कोयला चोरी आज तक कोरबा में नहीं हुआ था रोज दर्जनों ट्रक कोयले से भर कर अनियंत्रित जिला या अन्य राज्य जाया करते थे 19,5, 2022 के पहले की तस्वीर और वीडियो ग्राफी सैटेलाइट के माध्यम से केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसी को निकाल कर देखना चाहिए और दुनिया के सामने सर्वजनिक करना चाहिए तब सभी बात स्पष्ट रूप से सामने आ जाएगी खदान के किनारे खदान में लगे हुए लोगों की हुजूम कहां की है और खदान से लगे हुए लोगों से भी जाकर बयान दर्ज करने की आवश्यकता है क्योंकि गांव के कुछ ही लोग गलत कार्य को अंजाम दिया करते थे बाकी गांव के लोग इमानदार और अच्छे छवि के लोग निवास करते हैं जो उस समय की हो रही कोयला चोरी की घटना के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएंगे वैसे मैं स्वयं तीनों खदान से लगे हुए आम लोगों से मिला हूं बात भी किया हूं स्थानी निवासियों की बातों को सुनकर आप भी हैरान और दंग हो जाएंगे। आपको ज्ञात होगा 19 5 2022 बिलासपुर के आएगी श्री रतनलाल डांगी के द्वारा पत्र लिखने के बाद तत्काल दूसरे दिन जिले के तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती रानू साहू जिले के तत्कालीन एसपी भोजराम पटेल जिले के खनिज अधिकारी एसएस नाग सहित पूरा प्रशासनिक अमला गेवरा दीपका कुसमुंडा खदान का निरीक्षण करने के लिए जाना पड़ा पहले यह अधिकारी कभी एसी रूम को छोड़कर कभी खदान क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए नहीं गए थे क्यों नहीं गए थे आप इस विषय को अच्छे से समझ सकते हैं और तत्कालीन कलेक्टर द्वारा खदान के किनारे सीपीटी बड़ा नाले का खुदाई करवाया गया था साथ ही एक सीआईएसएफ का पोस्ट खुलवाने का भी सुझाव उनके द्वारा दिया गया था लेकिन पहले क्यों नहीं।
और एपिसोड कंटिन्यू चलता रहेगा सच्चाई को कोरबा की जनता को जानने का हक है देश का चौथा स्तंभ कहलाने वाले पत्रकार होते हैं ना कि ऐसे भ्रष्ट और करप्ट अधिकारी का सपोर्ट यह पक्ष लेना पत्रकारिता को कलंकित करने सामान होगा।
इन अधिकारियों की शिकायत डीओपीटी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से भी करना जरूरी है जिससे केंद्र सरकार को सच्चाई की जानकारी अवगत होना बहुत जरूरी है क्योंकि यहीं से उनकी पोस्टिंग अन्य प्रदेशों में किया जाता है और प्रमोशन भी यहीं से होता है 11,7, 2022 से वर्तमान पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के आने के बाद से जिले में पुलिसिंग व्यवस्था नजर आ रही है और जितने भी अवैध कार्य जो पहले तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के कार्यकाल में चल रहा था वह सभी कार्य को बंद किया जा रहा है अप पुलिस द्वारा सभी चौकी थाने में रोज कार्रवाई की जा रही है चाहे अवैध तरीके से चलने वाली कबाड़ का काम है रेत का काम है नशीले दवाई का काम हो और निजात अभियान के तहत जो अभियान चलाया जा रहा है उससे लोगों को काफी राहत मिल रहा है अपने मूल स्वभाव में लौट रहे हैं लोगों को सुधारने का एक अच्छा सुनहरा मौका मिला है और निजाद अभियान कोरबा जिला में काफी लोकप्रिय आम नागरिकों के बीच में हो रहा है जिसकी पूरा क्रेडिट वर्तमान पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह जी को जाता है। वर्तमान पुलिस अधीक्षक महोदय नए अधिकारी के रूप में कोरबा में पदस्थ हुए हैं और जितने भी चौकी प्रभारी थाना प्रभारी हैं वह सभी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोजरम पटेल के समय इसमें से कुछ अधिकारी अभी भी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक महोदय के दिशा निर्देश में काम कर रहे हैं ऐसे सूत्र बताते हैं अब देखना है कि आने वाले समय में क्या रिजल्ट जनता के बीच आता है वह तो समय ही बताएगा।
इस विषय से संबंधित विषयों को विस्तार से आने वाले समय में फिर से और प्रमुखता के साथ लिखा जाएगा निष्पक्ष रुप से
“कलम की ताकत देश की ताकत” जय हिंद धन्यवाद