*कोरबा की नन्ही कथक नृत्यांगना ईशिता कश्यप प्रथम पुरस्कार से हुई सम्मानित पुणे में हुआ था आयोजन ,ऑफिशियल पार्टनर ऑफ़ यूनेस्को फ्रांस पेरिस) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर गायन वादन नृत्य की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी*
**कोरबा की नन्ही कथक नृत्यांगना ईशिता कश्यप प्रथम पुरस्कार से हुई सम्मानित पुणे में हुआ था आयोजन*
बहुत ही हर्ष का विषय है कि,कोरबा जिले की होनहार बाल कलाकार इशिता कश्यप ने पहले की तरह इस बार भी अपनी गति को विराम नहीं होने दिया तथा अपने अति विशिष्ट कथक नृत्य की प्रस्तुति देकर हमेशा की तरह प्रथम पुरस्कार अपने नाम कर पुरे छत्तीसगढ़ को गौरांवित किया है ” विगत दिनों 21 मई से 24 मई तक 20वी अखिल भारतीय संस्कृति संघ पुणे (ऑफिशियल पार्टनर ऑफ़ यूनेस्को फ्रांस पेरिस) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर गायन वादन नृत्य की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी जिसमें पूरे भारत वर्ष से 45 00 प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया जिसमें इशिता कश्यप ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए जूनियर वर्ग कथक नृत्य में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर कोरबा जिले के साथ पूरे छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन किया हैl
*पंडित जवाहरलाल नेहरू संस्कृत भवन पुणे में आयोजित*
इस प्रतियोगिता में इशिता कश्यप ने अपने गुरु श्री मोरध्वज वैष्णव जो की अंतरराष्ट्रीय तबला वादक एवं नृत्य गुरु हैं उनके मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद से अपने कथक नृत्य की शुरुआत की जिसमें सर्वप्रथम शिव तांडव से प्रारंभ कर क्रमशः रायगढ घराने के विशेष बोल बंदिशों एवं तत्कार के साथ ही लगातार 150 चक्कर का एक बहुत ही दुर्लभ परन का प्रदर्शन किया जिसे देख दर्शन एवं निर्णायक गण आश्चर्यचकित रह गए इतनी कम उम्र में इतनी अद्भुत प्रतिभा निश्चय ही इशिता के कड़ी मेहनत एवं उनके गुरु की योग्यता को प्रदर्शित करता है जिसे देख निर्णायकों ने तत्काल ही इशिता के परिणाम की घोषणा कर दी एवं उसे प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया साथ ही आने वाले नवंबर माह में आबूधाबी _दुबई UAE में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र प्रदान किया है! ज्ञात हो कि इशिता इसके पहले भी दुबई एवं मलेशिया जैसे विदेशी धरती में स्वर्ण पदक प्राप्त कर भारत का परचम लहरा चुकी है एवं अपने भारतीय संस्कृति की पहचान शास्त्रीय नृत्य कत्थक को विदेशों तक पहुंचा पाने में सफल हो चुकी है इशिता के इस हुनर को देखते हुए पाकिस्तान के प्रसिद्ध नृत्य गुरु द्वारा इशिता का लाइव इंटरव्यू भी लिया जा चुका है जो एक कलाकार के साथ ही पूरे देश के लिए बहुत ही गर्व का विषय है,
*इशिता ने महज 11 वर्ष की छोटी सी उम्र में 13 राष्ट्रीय एवं 2 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी पहचान बन चुकी है।*
इशिता ने जब से अपने कत्थक की शुरुआत की है तब से अब तक हर मंच में सिर्फ प्रथम स्थान ही प्राप्त किया है जो गुरुजनों एवं माता-पिता के आशीर्वाद एवं इशिता के कड़े मेहनत का ही परिणाम है ,इशिता कश्यप केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 एनटीपीसी में कक्षा छठवीं की छात्रा है नृत्य के साथ-साथ पढ़ाई एवं अन्य विधाओं मेंभी सफल रहने वाली होनहार शिष्या इशिता को स्कूल के प्राचार्य श्री एस के साहू ,प्रभारी प्राचार्य श्रीमती अर्चना खरे एवं अन्य सभी गुरुजनों का भरपूर सहयोग एवं आशीर्वाद मिला है जिसके कारण इशिता के नृत्य एवं पढ़ाई के बीच कोई रुकावट नहीं आई है ,इशिता के इस उपलब्धि के लिए इशिता की माता अनीता कश्यप एवं पिता रघुनंदन कश्यप ने गुरु श्री मोरध्वज वैष्णव, गाने में संगतकार श्री कन्हैया दास वैष्णव सहित इशिता के पुरे विद्यालय परिवार को हृदय से धन्यवाद दिया है और अपेक्षा करते हैं कि आगे भी हमेशा इनका सहयोग एवं आशीर्वाद इशिता को मिलता रहेग।