*जिला पुनर्वास समिति की बैठक सिर्फ एक दिखावा विधायक तानाखार पाली, तुलेश्वर सिंह मरकाम ने कहा बैठक में कोई समस्या का समाधान नहीं निकला है इसके लिए चारों एरिया गेवरा, दीपिका, कुसमुंडा, कोरबा बुडबुड पाली के एसईसीएल खदान को सभी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण मिलकर बंद करायें तभी एसईसीएल प्रबंधन और प्रशासन को समझ में आएगा तब भू स्थापितों की समस्या का समाधान हो पाएगा नहीं तो गोल-गोल जवाब देकर हमेशा से बचने का प्रयास प्रबंधन करते आई है इसका खामियाजा आम क्षेत्र वासियों को सदियों से भुगतना पड़ रहा है बच्चे से लोग जवान होकर बूढ़े हो जा रहे हैं और ना ही नौकरी, पुनर्वास, मौजा राशि, मिल पा रहा है यह प्रबंधन और प्रशासन की नाकामी का नतीजा है जिसे हम भू स्थापितों को भोगना पड़ रहा है*
जिलाखनिज न्याय मद डीएमएफ में करोड रुपए के घटाले में आधे अधिकारी जेल में है आधे बेल में है और आधे से अधिक अधिकारी जेल जाने वाले है यह स्थिति कोरबा जिले की है जो एक अभिशाप के रूप में है और बहुत बड़ी विडंबना की बात है जो अधिकारी यहां आते हैं वह भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं 2016 से अभी 2024 तक का जांच होना चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और क्षेत्रवासी को सही न्याय मिल सके। यह धनराशि क्षेत्र के विकास के लिए आता है ना कि अधिकारियों की जेब में डालने के लिए।
जिला पुनर्वास समिति की बैठक सिर्फ एक दिखावा विधायक तानाखार पाली, तुलेश्वर सिंह मरकाम ने कहा बैठक में कोई समस्या का समाधान नहीं निकला है इसके लिए चारों एरिया गेवरा, दीपिका, कुसमुंडा, कोरबा बुडबुड पाली के एसईसीएल खदान को सभी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण बंद करायें तभी एसईसीएल प्रबंधन और प्रशासन को समझ में आएगा तब भू स्थापितों की समस्या का समाधान हो पाएगा नहीं तो गोल-गोल जवाब देकर हमेशा से बचने का प्रयास प्रबंधन करते आई है इसका खामियाजा आम क्षेत्र वासियों को सदियों से भुगतना पड़ रहा है बच्चे से लोग जवान होकर बूढ़े हो जा रहे हैं और ना ही नौकरी, पुनर्वास, मौजा राशि, मिल पा रहा है यह प्रबंधन और प्रशासन की नाकामी का नतीजा है जिसे हम भू स्थापितों को भोगना पड़ रहा है
जिला पुनर्वास बैठक की अध्यक्षता जिला के प्रभारी मंत्री अरुण शाह के नेतृत्व में कल संपन्न हुआ जिसमें कैबिनेट मंत्री लखन देवांगन कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल रामपुर विधायक फूल सिंह राठिया तानाखार पाली विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम जिला पंचायत अध्यक्ष महापौर राजकिशोर प्रसाद, जनपद पंचायत के अध्यक्ष और प्रभावित क्षेत्र के सरपंच, एसईसीएल चारों एरिया के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर द्वारा
17 आत्मानंद स्कूलों के निरस्त करने की होनी चाहिए जांच: तुलेश्वर सिंह मरकाम
0 सीएसआर मद में राशि ही नहीं थी तो फिर क्यों दी गई थी स्वीकृति
कोरबा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने जिले में 42 आत्मानंद स्कूलों की स्वीकृति दी थी, जिसमें से 17 स्कूलों की स्वीकृति को वर्तमान कलेक्टर ने निरस्त कर दिया गया है। इस मामले में पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम का कहना है कि जरूर इसमें भ्रष्टाचार हुआ है सभी पहलुओं को देखा जाए तो मामले की जांच होनी चाहिए। बुधवार को जिला पुनर्वास समिति की बैठक शामिल होने पहुंचे विधायक मरकाम ने मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व कलेक्टर ने आत्मानंद स्कूलों के लिए आदेश जारी की गई थी। वहीं एसईसीएल गेवरा क्षेत्र की सीएसआर मद की प्रत्याशा में डीएमएफ मद से राशि जारी किया गया था। जब इनके पास पैसा ही नहीं था तो जारी नहीं करना था। डीएमएफ से जो पैसा जारी हुआ वह सीएसआर मद में स्वीकृत हुई थी। सीएसआर मद कंपनी वालों को देना था। कंपनी वालों ने नहीं दिया तो जारी नहीं करना था। वर्तमान कलेक्टर फिर से उसके लिए राशि जारी कर रहे हैं। लगता है कि जरुर इसमें राशि की बंदरबांट हुआ है। विकास के नाम पर खानापूर्ति हो रही है।उन्होंने कहा कि बैठक, बैठक…… बैठक का दौर चलता रहता है। आओ और अपनी बात रखो। जबकि समस्या यथावत बनी रहती है। डीएमएफ मद में पूरी तरीके से बंदरबांट राशि का किया गया है। डीएमएफ मद से ग्राम पंचायत को मॉडल बनाया जाए, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र,आंगनबाड़ी, पटवारी भवन, सचिव भवनों को सुधारा जाए। ताकि इसे देखने दुनिया के लोग आएं।
उन्होंने कहा कि वैसे तो एसईसीएल केंद्र सरकार की कंपनी है, लेकिन जब भी गांव में खदान खोलनी होती है तो अधिकारी मीठी-मीठी बातें कर ग्रामीणों को लुभाते हैं। खदान खुल जाने के बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता। जिससे ग्रामीणों की समस्या यथावत बनी रहती हैं। इसे लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ही नहीं, सर्व समाज द्वारा आंदोलन किया जाएगा। धन्यवाद