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*गेवरा ओपन कोल परियोजना हादसों का खदान के रूप में देखा जा रहा है जो वर्तमान की निरंतर घटना,दुर्घटना घट रही है इसके लिए एसईसीएल खनन प्रबंधक सेफ्टी विभाग, मैनेजर सुनील प्रसाद पूर्ण रूप से जवाब दर है उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज होना चाहिए और घटना को रोकने के लिए प्रबंधक को ठोस कदम उठाने की जरूरत है जिससे कामगार सुरक्षित खदान के अंदर काम कर सके सेफ्टी मानकों का सही ढंग से पालना करने की आवश्यकता है जिस खदान के अंदर रोज हो रही घटना दुर्घटना में कमी आ सके कामगारों में डर और भैए का जो माहौल है उसे बाहर निकाला जा सके प्रबंधक का काम सिर्फ कोल प्रोडक्शन करना ही नहीं है खदान की सुरक्षा की जवाबदारी भी उन्हीं के कंधों में है जिसे पूरी ईमानदारी से निभाने की आवश्यकता है*

240 टन डंपर चालक पुष्पराज कोरबा गेवरा दीपका,

गेवरा ओपन कोल परियोजना हादसों का खदान के रूप में देखा जा रहा है जो वर्तमान की निरंतर घटना,दुर्घटना घट रही है इसके लिए एसईसीएल खनन प्रबंधक सेफ्टी विभाग, मैनेजर सुनील प्रसाद पूर्ण रूप से जवाब दर है उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज होना चाहिए और घटना को रोकने के लिए प्रबंधक को ठोस कदम उठाने की जरूरत है जिससे कामगार सुरक्षित खदान के अंदर काम कर सके सेफ्टी मानकों का सही ढंग से पालना करने की आवश्यकता है जिस खदान के अंदर रोज हो रही घटना दुर्घटना में कमी आ सके कामगारों में डर और भैए का जो माहौल है उसे बाहर निकाला जा सके प्रबंधक का काम सिर्फ कोल प्रोडक्शन करना ही नहीं है खदान की सुरक्षा की जवाबदारी भी उन्हीं के कंधों में है जिसे पूरी ईमानदारी से निभाने की आवश्यकता है

आपको बता दें गेवरा ओपन कोल परियोजना एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा खदान में से एक है इसको मेगा प्रोजेक्ट 70 मिलियन टन उत्पादन करने वाला सबसे बड़ा खदान में से एक एसईसीएल प्रबंधक द्वारा माना जाता है लेकिन खदान के अंदर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने से आए दिन घटनाओं में बढ़ोतरी होते जा रही है और एसईसीएल कामगार की मृत्यु हो रही है या कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले 2023 में टैंकर चालक अविनाश प्रताप टैंकर पलट गया था और आग लग गया था जो खदान के अंदर हादसा हुआ था रुंगटा कंपनी में भी एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है वर्तमान में एसईसीएल के अंदर कई प्राइवेट कंपनी काम कर रहे हैं। जैसे रुंगटा कंपनी, केजेसीएल, गोधरा, इसके अलावा कोयला निकालने के लिए कोल दलाल अपने मुंशी या कर्मचारी को खदान के अंदर भेजते हैं जो नियम तह बिल्कुल गलत है। एसईसीएल गेवरा खदान में 240 टन का डंपर स्लाइड होकर पलट गया डंपर क्रमांक 1861, 70 से 80 फीट की गहराई में नीचे जा गिरा था घटना सुबह 3:20 पार्था फेस जिसमें चालक 65 वर्षी पुष्पराज गंभीर रूप से घायल हो गए थे ऐसे हमारे सूत्र बता रहे हैं
उन्होंने अपना जान बचाने के 240 टन का डंपर में लगे शीशे को तोड़कर बाहर निकालना पडा था उन्हें तत्काल उनके सहयोगियों कामगारों द्वारा एनसीएच हॉस्पिटल गेवरा में इलाज के लिए ले जाया गया और एडमिट कराया गया जिससे उनका इलाज सही रूप से हो सके

दूसरी घटना गेवरा माइंस के अंदर ब्लास्टिंग गाड़ी पलट गई जिसमें कई लोग सवार थे एक व्यक्ति की मृत्यु घटना स्थल में हो गई नियंता उस वहां में कोई और अन्य कामगार या व्यक्ति नहीं बैठ सकता इसके बावजूद भी उसमें लोग बैठे थे जिस बात को दबाने का प्रयास प्रबंधक द्वारा लगातार किया जा रहा है जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई वह व्यक्ति दूसरे कंपनी का कामगार में से एक था ऐसा जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है जो गंभीर विषय है

एसईसीएल गेवरा ओपन कोल परियोजना मैनेजर के रूप में सुनील प्रसाद 13,7 2023 से ज्वाइन किए हैं तब से बड़ी-बड़ी घटना घट रही है उस पर अंकुश लगाने में पूरी तरीके से वे बिफल रहे हैं इसकी इंक्वारी बिलासपुर हेडक्वार्टर से करने की आवश्यकता है जिससे घटनाओं में कमी आ सके और कामगार सुरक्षित रूप से खदानों के अंदर अपना दायित्वों का पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम कर सकें कोयले के टारगेट को अचीवमेंट पूरा कर सके कहीं ऐसा ना हो कि टारगेट पूरा करने के चक्कर में घटना दुर्घटना को नजरअंदाज कर दिनों दिन बढ़ोतरी को अंकुश लगाने में कहीं फेल न हो जाए प्रबंधक एसईसीएल खदान के अंदर दिनों दिन मेंन पावर की कमी हो रही है जिसे भी एसईसीएल प्रबंधन को ज्ञान लेने की आवश्यकता है

वैसे भी एसईसीएल के अधिकारी भ्रष्टाचार में पूरी तरीके से डूबे हुए हैं इसका कई उदाहरण मेरे द्वारा बीच-बीच में समाचार के माध्यम से प्रकाशित किया जाता रहा है और आगे भी निरंतर किया जाता रहेगा धन्यवाद