*पूर्व सैनिक कारगिल योद्धा प्रेमचंद पांडे का 6 दिन बाद परियोजना प्रशासक NHAI कोरबा के द्वारा कार्यवाही का आश्वासन पर आमरण अनशन कराया गया समाप्त,कोरबा जिला प्रशासन बहरी गूंगी है जिन्हें हमारी समस्या सुनने के लिए समय नहीं है यह साबित हो चुका है*

पूर्व सैनिक कारगिल योद्धा प्रेमचंद पांडे का 6 दिन बाद परियोजना प्रशासक NHAI कोरबा के द्वारा कार्यवाही का आश्वासन पर आमरण अनशन कराया गया समाप्त।
प्रेमचंद पांडे पूर्व सैनिक कारगिल योद्धा के द्वारा एनएचएआई टोल संचालक विनोद कुमार जैन के द्वारा सर्कुलर के विरुद्ध जाकर करोड़ों रुपए का ठगी किया गया है जिनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई थी इसी तरह सेवानिवृत्ति सैनिकों को अधिकारों से जो वंचित किया गया है एवं अरबपतियों को टोल का संचालन कार्य दिया जाता है इसको समाप्त करते हुए पुण: सैनिकों के अधिकार के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग में संचालित हो रहे टोल नाका में संचालन का कार्य उन्हें दिया जाए एवं सर्कुलर के हिसाब से मेंन पावर रखा जाये स्थानीय लोगों को सर्कुलर के हिसाब से जो मानदेय प्रावधानित किया गया है उसे दिलाया जाए। शिकायत की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से किया जाए मांग रखा गया था जिसे परियोजना अधिकारी एनएचएआई कोरबा डी.डी परलावर रविवार को आमरण अनशन स्थल पर पहुंचकर प्रेमचंद पांडे को आश्वासन दिया गया कि आपकी शिकायत को केंद्रीय कार्यालय एवं उच्च अधिकारियों को कार्यवाही हेतु प्रेषित किया जाएगा आश्वासन पर नारियल पानी एवं जूस पिलाकर आमरण अनशन समाप्त कराया गया। प्रेमचंद पांडे ने आमरण अनशन समाप्त करने की बात पर कहा कि मैं भ्रष्टाचार के विरुद्ध आमरण अनशन पर विकास 6 दिनों से भूखे प्यासे बैठा था कोरबा कलेक्टर को भी इसकी जानकारी दी गई थी लेकिन बड़ी दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जिला प्रशासन कोरबा का कोई भी अधिकारी मेरा हाल-चाल जन तक के लिए मेरे पास नहीं आए और चिकित्सा अधिकारी ने भी कोई शुध नहीं लिया इससे पता चलता है कि देश के जवान एवं पूर्व सैनिकों के प्रति जिला प्रशासन कितना संवेदनशील है शर्म आनी चाहिए इन्हें। परियोजना अधिकारी के आश्वासन पर मैं कोरबा जिले में अमरण अनसन समाप्त किया हूं लेकिन अब मैं अपना आमरण अनशन दिल्ली में करूंगा क्योंकि कोरबा जिला प्रशासन बहरी गूंगी है जिन्हें हमारी समस्या सुनने के लिए समय नहीं है यह साबित हो चुका है। मैं मीडिया के सभी साथियों को एवं मेरे शुभचिंतकों को धन्यवाद देता हूं साथ ही कोरबा परियोजना अधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग कोरबा को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने रविवार को भी समय निकालकर मेरी समस्या को सुनने के लिए मेरे पास पहुंचे और मेरी समस्या को निराकरण करने के लिए आश्वासन भी दिए हैं।






